पूछो अपने मन को पूछो अपने मन को
चाह जाग उठी है इस नन्हे से मासूम दिल में I चाह जाग उठी है इस नन्हे से मासूम दिल में I
थाम कर उँगली फिर दूर कहीं ले आता है थाम कर उँगली फिर दूर कहीं ले आता है
चिड़िया की खनकती खनकती आवाज़ लिए आई है उजली धूप। चिड़िया की खनकती खनकती आवाज़ लिए आई है उजली धूप।
भरकर पैमाना सब्र का ख़ुशियों का जाम लो भरकर पैमाना सब्र का ख़ुशियों का जाम लो
वक़्त के साथ पता न चला कि ये वक़्त पहले बदला या तुम वक़्त के साथ पता न चला कि ये वक़्त पहले बदला या तुम